पते की बात
साहस
मै बड़ा दुस्साहसी था,चला दुनिया बदलने
जब समझ आई तो अब मै ,लगा खुद को बदलने
घोटू
सारे माला के मनके हैं
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सारे माला के मनके हैं सच के सपने देखा करता माया में रमता निशदिन मन, जाने
किसने बंधन डाले मुक्त सदा ही मुरली की धुन ! अग्निशिखा सा दिप-दिप करता भीतर
कोई यज्...
6 घंटे पहले
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