शिकायत
बड़ी बड़ी दावतों में जाना
और जम कर पीना,खाना
तरह तरह के पकवानों का,
लेते लेते स्वाद
आदमी इतना डट कर खा लेता है,
कि खाने पीने के बाद
डकारें लेता है,पेट सहलाता है
घर आते ही बिस्तर पर,
गिरता ,सो जाता है
ये सच है,दावत खाने के बाद,
आदमी किसी भी काम का नहीं रह जाता है
मदन मोहन बहेती'घोटू'
ऊर्जा
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ऊर्जा ऊर्जा बहुत है, कर्म कम ऊर्जा अहंकार बन जाएगी ऊर्जा कम है, कर्म
अधिक ऊर्जा तनाव बन जाएगी ऊर्जा अति है कर्म भी अति ऊर्जा संतुष्टि बन
जाएगी ऊर्जा अनंत ...
6 मिनट पहले