पते की बात
भगवान और मंदिर
उनने बोला 'हर जगह भगवान है मौजूद तो,
मंदिरों की क्या जरूरत है ,हमें बतलाईये
हमने बोला 'हर जगह मौजूद कमरे में हवा ,
फिर क्यों पंखे चलाते हो ,हमको ये समझाईये
घोटू
एक ख़त बीते लम्हों के नाम... संध्या शर्मा
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एक ख़त लिखना चाहती हूँ मैं,
उन गुजरे पलों के नाम,
जो छू गए थे मन को कभी
और खो थे वक़्त के अंधेरों में।
काग़ज़ पे उतर आएँगे,
कुछ धुंधले से चेहरे,
...
15 घंटे पहले
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