कत्था-चूना
देश को चूना लगाने वाले इन पनवाडियों ने
सत्ताधारियों ने
जनता के (खान)पान में ,इतना चूना लगाया है
कि सारा का सारा मुख उपड आया है
और छाले पड गए है जबान में
अब तो बस आएगा वो ही काम में
जो फटे हुए मुंह पर लगाएगा कत्था
अगली बार,वो ही पायेगा सत्ता
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
मनुज प्रकृति से दूर गया है
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मनुज प्रकृति से दूर गया है वृक्षों के आवाहन पर ही मेघा आकर पानी
देते, कंकरीट के जंगल आख़िर कैसे उन्हें बुलावा दे दें ! सूना सा नभ तपती
वसुधा शुष्क हुई हैं ...
2 घंटे पहले
वाह ...वाह...
जवाब देंहटाएंbahut badhiya!
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