कत्था-चूना
देश को चूना लगाने वाले इन पनवाडियों ने
सत्ताधारियों ने
जनता के (खान)पान में ,इतना चूना लगाया है
कि सारा का सारा मुख उपड आया है
और छाले पड गए है जबान में
अब तो बस आएगा वो ही काम में
जो फटे हुए मुंह पर लगाएगा कत्था
अगली बार,वो ही पायेगा सत्ता
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
1440
-
*1-दूर –कहीं दूर/ शशि पाधा*
*अँधेरे में टटोलती हूँ*
*बाट जोहती आँखें*
*मुट्ठी में दबाए*
*शगुन के रुपये*
*सिर पर धरे हाथों का*
*कोमल अहसास*
*सुबह ...
3 घंटे पहले
वाह ...वाह...
जवाब देंहटाएंbahut badhiya!
जवाब देंहटाएं