घोटू के पद
मै नहीं माखन खायो
बीबीजी मोरी ,मै नहीं माखन खायो
आध किलो माखन को टिक्को,कल ही तो थो आयो
आज तोहे वो कम लागत है,शक है मैंने खायो
मोहे तो माखन वर्जित है,क्लोरोस्टाल बढायो
होय सकत है ,चूहा खायो,या गर्मी पिघलायो
तेरे माखन से गालन से ,अब तो मन बहलायो
'घोटू'यह सुन बीबीजी खुश,ले उर कंठ लगायो
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
जीना है जीवन भूल गए
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जीना है जीवन भूल गए जब संसार सँवारा हमने मन पर धूल गिरी थी आकर, जग पानी
पी-पी कर धोया मन का प्रक्षालन भूल गए !नाजुक है जो, जरा ठेस से आहत होता,
किरच चुभे ...
1 दिन पहले
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