बहुत तुम जुल्म ढाती हो
जो बोसा लूं,चुभे खंजर,
लूं चुम्बन काट खाती हो
जो मै लूं हाथ हाथों में,
मुझे नाख़ून चुभाती हो
जो फेरूँ हाथ जुल्फों पर ,
तो हेयरपिन मुझे चुभते,
बहुत तुम जुल्म ढाती हो,
जब मेरे पास आती हो
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
भारतीय न्याय संहिता 2023 - भाग - 1
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आज से हम आरंभ कर रहे हैं उस परिवर्तन की बात जो भारतीय दंड संहिता 1860 मे
विस्तार मे था और भारतीय न्याय संहिता 2023 में समेट दिया गया है. भारतीय दंड
संहि...
40 मिनट पहले
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