पते की बात
जिव्हा
नहीं होती कोई हड्डी जीभ में ,
पर हिल कितने ही दिल तोड़ दिया करती है
वही जीभ जब तलुवे से मिल कहती 'सोरी',
टूटे हुए दिलों को जोड़ दिया करती है
घोटू
पतंजलि योग सूत्र दर्शन में अष्टांगयोग का चौथा अंग प्राणायाम भाग - 1
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पतंजलि योगदर्शन में अष्टांगयोग
भाग - 04 .1 > अष्टांगयोगका चौथा अंग प्राणायाम
श्वास रहस्य
पतंजलियोग दर्शन के अष्टांगयोग के 08 अंगों में से अभी तक यम...
18 घंटे पहले
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