पते की बात
जेब
है अजब ये जिंदगानी ,जब थे हम पैदा हुए ,
पहले ,पहनी ,लंगोटी,उसमे न कोई जेब था
जिंदगी भर जेब भरने की कवायद में लगे,
मरे तो ओढा कफ़न, उसमे न कोई जेब था
घोटू
सलवट-सलवट चेहरा
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*झुर्री-झुर्री हाथ हुए हैं ,सलवट-सलवट चेहरा *
*खो ही गया वो नन्हा बच्चा,*
*बड़ा हुआ था पहन के जो *
*अरमानों का सेहरा *
*एक-एक कर कहाँ गये वो उम्र के ...
11 घंटे पहले
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