पते की बात
भगवान और मंदिर
उनने बोला 'हर जगह भगवान है मौजूद तो,
मंदिरों की क्या जरूरत है ,हमें बतलाईये
हमने बोला 'हर जगह मौजूद कमरे में हवा ,
फिर क्यों पंखे चलाते हो ,हमको ये समझाईये
घोटू
घर इक मंज़िल
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घर इक मंज़िल इन वक्तों का यही तक़ाज़ा रहे ह्रदय का ख़्वाब अधूरा, बनी रहे
मिलने की ख्वाहिश जज़्बा क़ायम कुछ पाने का !है स्वयं पूर्ण, जगत अधूरामिथ्या
स्वप्न...
1 दिन पहले
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