जूताचोर
यूरोप के चर्चों में देखा ,सब जूते पहने जाते है
तुर्की की मस्जिद में जूते ,संग थैली में ले जाते है
हम तो मंदिर के बाहर ही,है जूते खोल दिया करते
एसा लगता उन देशों में ,हैं जूते चोर बहुत बसते
घोटू
1454
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*कवित्त*
*1-गुंजन अग्रवाल ‘अनहद’*
*1*
*श्याम रंग **चहूँ ओर**, **भीग गयो पोर**- पोर**,*
*अंग**- अंग राधिका के**, **दामिनी मचल उठी।*
*प्रेम की पिपास...
2 घंटे पहले
जूते चोर हमारे यहाँ भी है।
जवाब देंहटाएंवाह...सुंदर
जवाब देंहटाएंलेखनी के वीर |
जवाब देंहटाएंव्यंग्य के तीर -
छोड़ कर घायल करते हैं-
'सुस्ती'के दुश्मन को|
गुदागुगाते हैं ये मन को ||
dhanywaad
जवाब देंहटाएंSuperb👌👌👌👌👌
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