पते की बात
मानसिकता
तुम्हे नीचे खींचने की ,कोई गर कोशिश करे ,
करो खुद पर गर्व मन में ,बिना कोई से डरे
उनसे तुम ऊपर बहुत है ,बात ये तय मानलो
और उनकी मानसिकता ,गिरी है ये जान लो
घोटू
1413-अंजू निगम की कविताएँ
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*अंजू निगम **की कविताएँ *
*1-बरखा*
बरखा की बूँदों ने जब भी
फैलाया था अपना आँचल
और जब बिखर रहे थे रंग
मेहँदी के, मेरे मन के आँगन में
तब लगा...
40 मिनट पहले
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