मै इस देश की बड़ी हस्ती
भले ही इस पोजिशन पर ,
बैठाया गया था जबरजस्ती
पर अब इस ओहदे की पड़ गयी है आदत
और देश में जब भी कोई घोटाला होता है ,
तो विरोधी दल सब
मुझको उसमे इन्वोल्व करते है
और मेरे इस्तीफे की मांग करते है
भैया,न तो ये रामराज्य है ,न मै राम हूँ
जो धोबी के कहने पर ,
अपनी पत्नी को घर से निकाल दूं
और उमर भर करता रहूँ पश्चाताप
क्या ये अच्छी बात है ,बतलाइये आप
मै तो मनमोहन श्री कृष्ण हूँ,
महाभारत करवाउंगा
कौरव और पांडवों को लडवाऊँगा
और खुद चुपचाप सारथी बना ,
अर्जुन का रथ चलाऊंगा
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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