पार्टी प्रवक्ता
जब भी हमारे विरोध में कोई मामला उठता है
सफाई देने के लिए हमारे पास हमारे प्रवक्ता है
एक है जो खुले आम उलटे आरोप उछालता है
एक है जो विरोधी की जन्म पत्री खंगालता है
एक है जो झूंठ बोलते समय खुदा से डरता है
इसलिए ऐसे बयान देते समय आँखें बंद करता है
हम विरोधियों का नहीं,ज्यादा संज्ञान लेते है
पानी जब सर से गुजरता है,तभी बयान देतें है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
शब्द जो लिखे न गए.....
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उभरे मन में लेकिन, समझे न गएशब्द जो लिखे न गए। अंतस खुश हो या उदास हो,भूख
हो या प्यास हो,ख्याल सांचों में ढले न गए,शब्द जो लिखे न गए।अधरों तक आकर
भी, रूह क...
3 घंटे पहले
DHANYWAAD
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