छोटे बाल
(घोटू के छक्के)
१
तेल बचे,साबुन बचे,कंघी का नहीं काम
गीला सर झट पोंछ लो,सर्दी नहीं जुकाम
सर्दी नहीं जुकाम,जुंवें,फूसी,सब भागे
जल्दी सर न झुकाना पड़े,नाई के आगे
कह घोटू कविराय,बाल छोटे करवाये
खुला रहे सर,बात समझ में सब कुछ आये
२
हल्का हल्का सर लगे,कम हो सर पर भार
ना संवार ना सजावट,समय न हो बेकार
समय न हो बेकार,लगे मस्तक भी चोडा
नोच सके ना बाल,अगर झगडा हो थोडा
'घोटू' ने बालों को छोटा करवा डाला
झिझके मुंडा मुंडाया देख मूंडने वाला
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
‘को’ नहीं ‘की’
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‘को’ नहीं ‘की’ हम भगवान ‘को’ मानते हैं भगवान ‘की’ नहीं मानते !भगवान ‘को’
मानते हैं पर हम चलाते अपनी हैं भगवान ‘की’ मानने से निष्काम कर्म करना
है उनके कर्...
39 सेकंड पहले
Bdhiya
जवाब देंहटाएंबचत की सही तरकीब और अनुशासन भी |
जवाब देंहटाएं:D
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