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सोमवार, 18 दिसंबर 2023

बहुत नींद आती सवेरे सवेरे


छंटते हैं जब रात के सब अंधेरे

बहुत नींद आती, सवेरे सवेरे 


कई बीती बातें मानस पटल पर 

आ तेरती है ,कई स्वप्न बनकर 

किस्से पुराने बहुत याद आते 

हंसाते कभी तो कभी है रुलाते 

मगर आंख खुलती तो सब भूल जाते

छट जाते यादों के बादल घनेरे 

बहुत नींद आती, सवेरे सवेरे 


तन से लिपट करके रहती रजाई 

नहीं आंख खुलती है,आती जम्हाई

उठो जो अगर तो बदन टूटता है 

मुश्किल से बिस्तर मगर छूटता है 

बड़ा दिल कड़ा कर,अगर उठ भी जाते

आलस के बादल हमें रहते घेरे 

बहुत नींद आती, सवेरे सवेरे 


अगर हो जो छुट्टी या संडे का दिन है उठना सवेरे , बड़ा ही कठिन है 

बीबी जगाती, बना चाय प्याला 

होता सुबह का मजा ही निराला 

बिस्तर में लेकर के चाय की चुस्की,

शुरुआत होती है दिन की सुनहरे 

बहुत नींद आती, सवेरे सवेरे


मदन मोहन बाहेती घोटू

सोमवार, 27 नवंबर 2023

नया वर्ष आया नया वर्ष रे

मिलकर मनाओ सभी हर्ष रे 

वेलकम 2024वेलकम 2024 

अपने संग तुम लेकर आना,

 खुशियां मोर ही मोर 

वेलकम 2024 


फूले फले सभी का जीवन 

और दिनों दिन करें प्रगति हम 

रहे सभी में भाईचारा 

 प्रेम भाव से करें गुजारा 

अपने संग तू लेकर आना 

सुख शांति का दौर 

वेलकम 2024 वेलकम 2024 


हर दिन सब खुशियों से खेलें

नहीं कोई बीमारी फैले 

करें प्रगति सब बढ़ते जाएं 

हर दिन हम त्योहार मनाए 

हटे गरीबी, रहे न कोई 

दीन दुखी कमजोर 

वेलकम 2024 वेलकम 2024 


बने राम का मंदिर प्यारा

बांके बिहारी का गलियारा 

अग्रणीय हो देश हमारा 

विश्व गुरु हम बने दोबारा 

भारत देश की कीर्ति पताका ,

लहराये चहुं ओर

वेलकम 2024 वेलकम 2024


मदन मोहन बाहेती घोटू

शनिवार, 25 नवंबर 2023

इंतजार ,अगली दिवाली का


दीपावली पर सब आए थे

मन उमंग और जोश भरे थे 

पूरे घर भर में रौनक थी ,

कोने-कोने दीप जले थे 

जब पूरा परिवार साथ हो ,

भाई ,भाभी, बेटे ,पोती 

सब मिलकर के जश्न मनाते ,

तब असली दिवाली होती 

साथ बैठकर खाना पीना 

लक्ष्मी पूजा ,आतिशबाजी 

हल्ला गुल्ला,शोर शराबा ,

कभी ताश की लगती बाजी

अन्नकूट और भाई दूज के 

बाद सभी लौटे अपने घर 

गई चांदनी चार दिनों की,

 फिर से वही पुराना मंजर 

घर में हम दो बूढ़े बुढ़िया 

वक्त अकेले काट रहे हैं 

बची प्यार की पूंजी है जो 

वह हंस-हंसकर बांट रहे हैं 

याद किया करते बीते पल 

बंधा प्यार से परिवार है 

आने वाली दिवाली का 

हमको फिर से इंतजार है 


मदन मोहन बाहेती घोटू 

मोदी तेरे कई विरोधी

प्रगति के हैं सब अवरोधी

सारे के सारे बौराये ,

तूने उन्हें पटकनी जो दी

मोदी ,तेरे कई विरोधी 


एक पप्पू है बाल पक गए,

 पर बुद्धि पर असर नहीं है 

अंट शंट वो क्या बकता है,

 खुद को इसकी खबर नहीं है 

उल्टी सीधी हरकत करके,

 कांग्रेस की नाव डुबो दी

मोदी ,तेरे कई विरोधी 


एक है चारा चोर जेल से 

निकला फिर भी फैल रहा है 

बेटे को सत्ता दिलवा दे ,

रोज खेल कुछ खेल रहा है 

और नीतीश ने बचकुची थी 

वो भी सभी प्रतिष्ठा खो दी

मोदी, तेरे कई विरोधी 


मुफ्त रेवड़ी बांट बांट कर 

झूठ बोल सत्ता में आया 

उल्टे सीधे खेल-खेल कर 

खूब कमाया, जी भर खाया 

तीन मंत्री आज जेल में 

भ्रष्टाचार के हैं आरोपी 

मोदी ,तेरे कई विरोधी 


अखिलेश है आग उगलता,

अंट शंट,ओबीसी वकता

स्टालिन भी देता गाली ,

उद्धव पगलाया सा लगता 

जाने क्या-क्या कहती रहती,

 चुप ना रहती ममता, क्रोधी 

मोदी ,तेरे कई विरोधी 


परिवारवादी सबके सब ,

लेकिन तू प्रगति वादी है 

भारत के जन जन सेवा हित 

तूने अपनी उमर खपा दी 

लोहपुरुष ,निर्भीक चला चल 

हरदम जीत सत्य की होती 

मोदी ,तेरे कई विरोधी


मदन मोहन बाहेती घोटू

गुरुवार, 23 नवंबर 2023

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