नर्स के प्रेमी
मिस्टर हर्ष थे इक्कीस वर्ष के
प्यार में फंस गए एक नर्स के
उसकी चुस्ती,फुर्ती और कसी कसी ड्रेस
कर गयी उनको इतना इम्प्रेस
कि एक दिन बोले उससे'प्लीज
मैं हो गया हूँ तुम्हारे इश्क़ का मरीज
खोया ही रहता हूँ तुम्हारी याद में
दिल चाहता है रहना तुम्हारे ही साथ में
इसलिए ऐसा कुछ करो ,
कि मैं भर्ती हो जाऊं ,तुम्हारे वार्ड में
नर्स हंसी और बोली डियर
मुझे भी आपसे है लव
मैं कुछ्ह भी करलूं ,पर आप ,
मेरे वार्ड में नहीं हो सकते भरती
क्योंकि मैं 'मेटरनिटी वार्ड'में काम हूँ करती
घोटू
मिस्टर हर्ष थे इक्कीस वर्ष के
प्यार में फंस गए एक नर्स के
उसकी चुस्ती,फुर्ती और कसी कसी ड्रेस
कर गयी उनको इतना इम्प्रेस
कि एक दिन बोले उससे'प्लीज
मैं हो गया हूँ तुम्हारे इश्क़ का मरीज
खोया ही रहता हूँ तुम्हारी याद में
दिल चाहता है रहना तुम्हारे ही साथ में
इसलिए ऐसा कुछ करो ,
कि मैं भर्ती हो जाऊं ,तुम्हारे वार्ड में
नर्स हंसी और बोली डियर
मुझे भी आपसे है लव
मैं कुछ्ह भी करलूं ,पर आप ,
मेरे वार्ड में नहीं हो सकते भरती
क्योंकि मैं 'मेटरनिटी वार्ड'में काम हूँ करती
घोटू
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।