सर ऊपर उठाना है
अगर आवाज को अपनी ,बुलंदी से सुनाना है
अगर सोये हुओ को जो,तुम्हे फिर से जगाना है
बिना गर्दन किये ऊंची,न मुर्गा बांग दे सकता ,
तुम्हे भी आगे बढ कर ,अपना सर ऊपर उठाना है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
तलाक-ए-अहसन प्रतिबन्धित नहीं - बॉम्बे हाई कोर्ट
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* (Shalini Kaushik Law Classes)*
*( तलाक-ए-अहसन प्रतिबन्धित नहीं: बॉम्बे हाईकोर्ट) *
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15 घंटे पहले
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