सर ऊपर उठाना है
अगर आवाज को अपनी ,बुलंदी से सुनाना है
अगर सोये हुओ को जो,तुम्हे फिर से जगाना है
बिना गर्दन किये ऊंची,न मुर्गा बांग दे सकता ,
तुम्हे भी आगे बढ कर ,अपना सर ऊपर उठाना है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
पंख मिले इसके सपनों को
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भारत के उन्यासिवें स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक शुभकामनाओं सहित रोक सकेगा
नहीं विश्व यह भारत के बढ़ते कदमों को, विश्व आज पीछे चलता है पंख मिले इसके
सपनों को ...
2 दिन पहले
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