घोटू के पद
मै नहीं माखन खायो
बीबीजी मोरी ,मै नहीं माखन खायो
आध किलो माखन को टिक्को,कल ही तो थो आयो
आज तोहे वो कम लागत है,शक है मैंने खायो
मोहे तो माखन वर्जित है,क्लोरोस्टाल बढायो
होय सकत है ,चूहा खायो,या गर्मी पिघलायो
तेरे माखन से गालन से ,अब तो मन बहलायो
'घोटू'यह सुन बीबीजी खुश,ले उर कंठ लगायो
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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* मेरे मौन में / डॉ. पूनम चौधरी*
*तुम संवाद खोज लेते हो—*
*शब्दों से पहले,*
*शब्दों के पार।*
*मानो भाषा*
*सिर्फ़ आँखों का कंपन हो*
*और तुम उसे*
...
5 घंटे पहले
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