कत्था-चूना
देश को चूना लगाने वाले इन पनवाडियों ने
सत्ताधारियों ने
जनता के (खान)पान में ,इतना चूना लगाया है
कि सारा का सारा मुख उपड आया है
और छाले पड गए है जबान में
अब तो बस आएगा वो ही काम में
जो फटे हुए मुंह पर लगाएगा कत्था
अगली बार,वो ही पायेगा सत्ता
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
नयन स्वयं को देखते न
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नयन स्वयं को देखते न हम हमीं को ढूँढते हैं पूछते फिरते कहाँ हो ?हम हमीं को
ढूँढते हैं पूछता ‘मैं’ ‘तुम’ कहाँ हो ?खेल कैसा है रचाया अश्रु हर क्योंकर
बहाया, ...
1 दिन पहले
वाह ...वाह...
जवाब देंहटाएंbahut badhiya!
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