यह कैसा घर ?
जहॉ बिस्तर पर उगी है नागफनी
आंगन में घूमते हैं संपोले
सोफे पर बिखरी हैं चींटियॉ,
खूंटी पर टंगे हैं रिश्ते
बालकनी में लटका है भरोसा,
बाथरूम की नाली में बह गयी हैं परंपरायें
दीमकों ने चाट लिये हैं
सुरक्षा के तने,
संस्कारो को निगलता टेलीविजन,और पूजाघर में
कुछ इस तरह बंसी बजाते श्री कृश्ण
जैसे रोम के जलने परबंसी बजाता रहा था
वहॅा का शासक नीरो
सचमुच कैसा है यह घर ?
बहुत सारगर्भित रचना |बहुत सारगर्भित रचना |
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई --
जवाब देंहटाएंइस प्रस्तुति पर ||
Pradeepji air ravilar ji
जवाब देंहटाएंpoat par aane ke liye aabhar.
http://fresh-cartoons.blogspot.com/2011/09/blog-post.html?showComment=1315836137559&m=1#c3302303393075030713