भारत माँ रो रही
भारत माँ रो रही अपने ही लालों की कारस्तानियाँ देखकर
जिसके कपूत खुश हो रहे अपने ही देश को लूटकर
जहाँ देखो घोटाले हो रहे ,भ्रस्टाचारी सीना तान कर जी रहे
देश का पैसा विदेशी बैंकों में काले धन के रूप में जमा कर रहे
देश के पालनहार ह़ी देश की कर रहे बर्बादी
भारत माँ शर्मशार हो रही देखकर इनकी कारगुजारी
निर्दोष लोगों की जान से खेल जातें हैं
नेता घायलों को देखने अस्पताल जातें हैं
जनता ,और विपक्षी पार्टियां सरकार के खिलाफ गुस्सा दिखातीं हैं
मीडिया भी तीन चार दिन टी.वी .पर दिखा कर खूब हो हल्ला मचाती है
फिर सब शांत हो जाता है,इंसान अपने काम में ब्यस्त हो जाता है
रोते रह जातें हैं वो लोग जिनके परिवार का कोई मरा है,या अस्पताल में पडा हैं
आतंकवादी सीना ठोककर कतले- आम करने की जिम्मेदारी लेतें है
हमारी सुरक्षाकर्मी और सरकार फिर भी उनका कुछ बिगाड़ नहीं पाते हैं
आम जनता मर रही, परेशान हो रही बाकी इनकी तो मोज हो रही
आम लोगों को एकजूट होकर अपनी सुरक्षा के लिए आवाज उठानी होगी
नहीं तो अनाथ बच्चों और बिखरे परिवारों की संख्या बढती रहेगी
यहाँ हर समय खोफ के साए में हम मरते हुए जीते रहेंगे
और हर धमाके के साथ अपनों को खोते रहेंगे
उसके कपूतों की करनी देश की जनता अपनी कुर्बानी से चुका रही
भारत माँ देश की दुर्दशा को देख खून के आंसू बहा रही
Bahut badhiya rachna. baht bhavuk karne wali..
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