कार चाहिये
आदमी में होना अच्छे संस्कार चाहिये
प्रेमभाव मन में हो,नहीं विकार चाहिये
बुजुर्गों की करना सेवा ,सत्कार चाहिये
नहीं करना किसी का भी तिरस्कार चाहिये
करना अपने सारे सपने ,जो साकार चाहिये
ईश का वंदन करो यदि चमत्कार चाहिये
मैंने ये सब बातें शिक्षा की जो बेटे से कही,
बेटा बोला ठीक है पर पहले कार चाहिये
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
पता नहीं.....
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भले ही वक़्त साथ दे या न दे अपनी महत्त्वाकांक्षा अपना अहम् अपने साथ
लेकर हमें जाना ही हैइस पार से उस पार लेकिन कब -किस तरह न मालूम रास्ता न यह
पता कि क्या ह...
13 घंटे पहले