एक सन्देश-

यह ब्लॉग समर्पित है साहित्य की अनुपम विधा "पद्य" को |
पद्य रस की रचनाओ का इस ब्लॉग में स्वागत है | साथ ही इस ब्लॉग में दुसरे रचनाकारों के ब्लॉग से भी रचनाएँ उनकी अनुमति से लेकर यहाँ प्रकाशित की जाएँगी |

सदस्यता को इच्छुक मित्र यहाँ संपर्क करें या फिर इस ब्लॉग में प्रकाशित करवाने हेतु मेल करें:-
kavyasansaar@gmail.com
pradip_kumar110@yahoo.com

इस ब्लॉग से जुड़े

मंगलवार, 12 नवंबर 2013

मौसम सर्दियों का

         मौसम  सर्दियों का

उनने ओढ़ी ,शाल काली ,अपना तन ऐसे ढका ,
                     जैसे सूरज बादलों में ,छुप गया ,ढलने लगा
उनने पहना ,श्वेत स्वेटर ,तो हमें ऐसा लगा ,
                     ढक गए है पहाड़ उनपर ,बर्फ है  पड़ने  लगा
हाथ उनके ,कमल जैसे ,दस्तानों से ढक गए,
                     ज्यों कमल के सरोवर में ,कोहरा हो छा गया
हममे भी सिहरन हुई और उनमे भी सिहरन हुई ,
                      ऐसा लगता है कि मौसम ,सर्दियों का आ गया

घोटू


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।

हलचल अन्य ब्लोगों से 1-