घरवालों संग खेलो होली ,घरवाली संग खेलो होली
साला तो शैतान बहुत है ,तुम साली संग खेलो होली
जिनको सदा देखते हो तुम ,हसरत भरी हुई नज़रों से
जवां पड़ोसन ,प्यारी समधन,दिलवाली संग खेलो होली
यूँ तो सलहज सहज नहीं है,बस होली का ही मौका है,
कस कर पकड़ो रंग लगा,मतवाली के संग खेलो होली
लेकर रंग भरी पिचकारी,तन को इतना गीला करदो,
चिपके वस्त्र दिखे सब कुछ उस छवि प्यारी संग खेलो होली
बहुत सार्थक और सटीक अभिव्यक्ति!
जवाब देंहटाएंहोरी की छेड़खानी ..
जवाब देंहटाएंसार्थक
जवाब देंहटाएंहोली है ...!
जवाब देंहटाएंaapka aabhar-holi ki shubh kamnaye
जवाब देंहटाएंHoli ki thitholi masti ki hai yeh tarang
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