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बुधवार, 7 मार्च 2012

नारी दिवस और होली-8 th march

         नारी दिवस और होली

        आज नारी दिवस भी है,
         होलिका त्योंहार भी है
पर्व कल था जो दहन का
आस्थाओं के दमन का
कुटिलता के नाश का दिन
भक्ति के  विश्वास का दिन
         शक्ति के उस परिक्षण में
         जीत भी है ,हार भी है
         आज नारी दिवस भी है,
          होलिका त्योंहार भी है
  आग  भी है, फाग भी है
जलन है  अनुराग भी है
दाह भी है,  डाह भी है
चाह भी है, आह भी है  
          अजब है संयोग देखो,
          प्यार है,प्रतिकार भी है
          आज नारी दिवस भी है,
           होलिका त्योंहार भी है
आज उत्सव है मदन का
पर्व है ये  मधु मिलन का
प्रीत का,मनमीत का दिन
मचलते  संगीत का दिन
         आज रंगों में बरसता,
          प्यार है,मनुहार भी है
         आज नारी दिवस भी है,
          होलिका  त्योंहार भी है

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

4 टिप्‍पणियां:

  1. होलिका त्यौहार और नारी दिवस का अच्छा वर्णन किया है ...आभार
    होली की हार्दिक शुभकामनाएँ .

    जवाब देंहटाएं
  2. नारी दिवस और फ़ाग को आपने एक ही कविता में पिरो दिया है।

    होली मुबारक !

    जवाब देंहटाएं
  3. प्यार है, प्रतिकार भी है!
    सार्थक अभिव्यक्ति
    होली की हार्दिक शुभकामनाएं.

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  4. बढ़िया रचना, बढ़िया अभिव्यक्ति ....
    रंगोत्सव पर आपको शुभकामनायें !

    जवाब देंहटाएं

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