पसीना बहाना
कितनी नाइंसाफी है
गरीब मेहनत कर पसीना बहाता है,
और अमीर को पसीना बहाने के लिए,
'सोना बाथ'लेना काफी है
बस इतना अंतर है
गरीब जब पसीना बहाता है,
चार पैसे कमाता है
और अमीर पसीना बहाने के लिये,
चार आने लगाता है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
1417-दो कविताएँ
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*1- ताप सघन है*
*निर्देश निधि*
*ताप सघन है*
*गौरैया बना रही है रेत में समंदर*
*नहा रही है डूब- डूब*
*रख दूँ परात में पानी*
*कि सूरज का ताप ...
18 घंटे पहले