अब जाओ भाग कोरोना
कर दिया त्रसित है तुमने ,दुनिया का कोना कोना
तुम सुई नोकसे छोटे ,अति सूक्ष्म 'वाइरस' हो ना
तुमने औकात दिखा दी ,मानव है कितना बौना
सब जान गये है तुमको ,अब जाओ भाग कोरोना
तुमने कितने महिनो से ,लोगों को बिठा रखा घर
मजदूर दिहाड़ी के बिन ,अब भटक रहे हैं दर दर
बंद प्रतिष्ठान है सारे , रौनक बाज़ार की गायब
बंद पड़ी रेल ,बस,मेट्रो ,जाने चल पाएगी कब
आदत में आया हमारी ,अब परेशानियां ढ़ोना
सब जान गए हैं तुमको ,अब जाओ भाग कोरोना
हम सब सामजिक प्राणी,आपस में हिलमिल हँसते
अब भूले मिलना जुलना , दूरी से करें नमस्ते
हाथों में सेनेटाइजर ,और मुख पर बांधे पट्टी
दुनिया तुमसे आतंकित ,गुम सबको सिट्टी पिट्टी
सब पीड़ित किसके आगे ,जा रोयें अपना रोना
सब जान गए है तुमको ,अब जाओ भाग कोरोना
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
कर दिया त्रसित है तुमने ,दुनिया का कोना कोना
तुम सुई नोकसे छोटे ,अति सूक्ष्म 'वाइरस' हो ना
तुमने औकात दिखा दी ,मानव है कितना बौना
सब जान गये है तुमको ,अब जाओ भाग कोरोना
तुमने कितने महिनो से ,लोगों को बिठा रखा घर
मजदूर दिहाड़ी के बिन ,अब भटक रहे हैं दर दर
बंद प्रतिष्ठान है सारे , रौनक बाज़ार की गायब
बंद पड़ी रेल ,बस,मेट्रो ,जाने चल पाएगी कब
आदत में आया हमारी ,अब परेशानियां ढ़ोना
सब जान गए हैं तुमको ,अब जाओ भाग कोरोना
हम सब सामजिक प्राणी,आपस में हिलमिल हँसते
अब भूले मिलना जुलना , दूरी से करें नमस्ते
हाथों में सेनेटाइजर ,और मुख पर बांधे पट्टी
दुनिया तुमसे आतंकित ,गुम सबको सिट्टी पिट्टी
सब पीड़ित किसके आगे ,जा रोयें अपना रोना
सब जान गए है तुमको ,अब जाओ भाग कोरोना
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '