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रविवार, 6 अक्टूबर 2013

प्यार से जब भी पुकारा आपने ---

      प्यार से जब भी पुकारा आपने ---

प्यार से जब भी  पुकारा आपने ,
                         हम चले आये सपन बन नींद में
प्यार हमने आपसे जी भर किया ,
                          आपके प्यारे सजन बन  नींद में
       पडी रहती किसी कोने में ह्रदय के ,
          हमारे मन की अधूरी कामनाएं
       रूपसी प्यारी परी का रूप धर कर ,
       सपन बन कर,नींद में वो मुस्कराएं
जब भी हो उन्मुक्त चाहा नाचना ,
                            हम चले आये  गगन बन नींद में
प्यार से जब भी पुकारा आपने ,
                             हम चले आये सपन बन नींद  में
          प्रीत बचपन की हमारी और तुम्हारी,
          कारणों से कुछ ,मिलन पर हो न पाया
          याद आई ,कुञ्ज गलियाँ ,कालिंदी तट ,
          चाँद जब पूनम शरद का मुस्कराया
लगी मन में रास की जब भी लगन तो,
                               हम चले आये किशन बन नींद में               
प्यार से जब भी पुकारा आपने ,
                                हम चले आये सपन बन ,नींद में

मदन मोहन बाहेती'घोटू'

बचपना वचपना मस्तियां वस्तियां

/////// एक गजल ///////

बचपना वचपना मस्तियां वस्तियां
भूल बैठे हैं हम तख्तियां वख्तियां

अब वो गेंदों से बचपन का रिश्ता नहीं
घूमते थे कभी बस्तियां बस्तियां

टीवी नेट की लतें लग गयीं इस कदर
अब लुभाती नहीं कश्तियां वश्तियां

खुदकुशी तक की नौबत पढ़ाई में है
क्या करेंगे मटरगश्तियां वश्तियां

ऐब बच्चों में तो चाहिये ही नहीं
बस बड़े ही करें गल्तियां वल्तियां

- विशाल चर्चित

शनिवार, 5 अक्टूबर 2013

इस जीवन में कितने प्रेशर

           इस जीवन में कितने प्रेशर

माँ बाप हमारे बचपन में ,डाला करते हम पर प्रेशर 
जीवन में आगे बढना है तो बेटा खूब पढाई  कर
एडमिशन अच्छा लेना हो तो काम्पिटिशन का प्रेशर
अच्छा सा जॉब चाहिए तो ,ऊंची पढाई का फिर प्रेशर
मिल गया जॉब ,हालत खराब ,कर देता ,ऑफिस का प्रेशर
तुम ये न करो,तुम यूं न करो ,घर पर है बीबी का प्रेशर
प्रेशर के चक्कर में हम पर ,इतना दबाब बन जाता है
लेती बीमारियाँ घेर हमें ,ब्लड का प्रेशर बढ़ जाता है
प्रेशर लगाओ तब मुश्किल से ,ये पेट साफ़ हो पाता है  
इतना दबाब पड़ता हम पर कि हार्ट वीक हो जाता है
जैसे कि प्रेशर कूकर में हर चीज शीध्र पक जाती है
हम जल्दी पकने लगते  है ऐसी हालत हो जाती  है
बुढापे का पड़ता प्रेशर ,होती बीमारियाँ,तन जर्जर
जीवन में प्रेशर का महत्त्व ,लेकिन रहता है जीवन भर
प्रेशर के कारण ही तो हम ,जीवन में पाते ,  आगे बढ़
प्रेशर से जन्मी बीमारी का एक इलाज एक्युप्रेशर
हो जाते सारे काम शीध्र ,जब ऊपर से पड़ता प्रेशर
जीवन गाडी चलती स्मूथ ,पहियों में सही ,हवा प्रेशर
हम तब तक ही ज़िंदा रहते ,रहता जब तक खूं का प्रेशर
जो प्रेशर से ना घबराते ,वो ही उठ पाते है ऊपर

मदन मोहन बाहेती 'घोटू' 


परिवर्तन

जिन्दगी तेरा गुजारा
तब बड़ा मुश्किल न था
तेरे राहो में किसी के
यादो का रहबर न था
जब तलक नशा उनकी
बातो का छाया न था
याद में उनके तडप कर
ये मजा आया न था
जिन्दगी तेरा गुजारा
तब बड़ा मुश्किल न था
तेरे रातो में किसी के
खाब का रहबर न था
प्यार सब करते खुदा से
दीदार पर मुमकिन नहीं
छोड़ दे जो शक करे वो
दिल मेरा काफिर न था
मेरे इश्क के अश्क उनके
आँख में टिकते अगर
दौड़ के मिलते गले वो
मै बुरा कातिल न था
जिंदगी तेरा गुजारा तब
बड़ा मुश्किल न था
तेरी राहो में किसी के
इश्क का रहबर न था ..............अमित

शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2013

कसक

जिन्दगी तेरा गुजारा
तब बड़ा मुश्किल न था
तेरे राहो में किसी के
यादो का रहबर न था
जब तलक नशा उनकी
बातो का छाया न था
याद में उनके तडप कर
ये मजा आया न था
जिन्दगी तेरा गुजारा
तब बड़ा मुश्किल न था
तेरे रातो में किसी के
खाब का रहबर न था
प्यार सब करते खुदा से
दीदार पर मुमकिन नहीं
छोड़ दे जो शक करे वो
दिल मेरा काफिर न था
मेरे इश्क के अश्क उनके
आँख में टिकते अगर
दौड़ के मिलते गले वो
मै बुरा कातिल न था
जिंदगी तेरा गुजारा तब
बड़ा मुश्किल न था
तेरी राहो में किसी के
इश्क का रहबर न था ...............अमित
 

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