रिश्तों और जीवन में संतुलन का पाठ पढ़ाती गणित
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*रिश्तों और जीवन में संतुलन का पाठ पढ़ाती गणित*
बचपन से ही गणित से हमारा एक अजीब-सा रिश्ता रहा है। न जाने क्यों, इस विषय
में जितना गहराई से उतरने की कोशिश...
10 घंटे पहले
bahut sundar virk ji ....es samvedansheel vishay pr ap ne kalam chalai ... bahut bahut abhar.
जवाब देंहटाएंरस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष -2012 के लिए हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद ।
जवाब देंहटाएंसही आंकलन ..बहुत खूब
जवाब देंहटाएंमूर्ख जनता, नेतावों द्वारा पकडाए गए झुनझुने ही ज्यादा पसंद करते है ! खैर, आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाये !
जवाब देंहटाएंख़ूबसूरत प्रस्तुति, बधाई.
जवाब देंहटाएंनूतन वर्ष की मंगल कामनाओं के साथ मेरे ब्लॉग "meri kavitayen " पर आप सस्नेह/ सादर आमंत्रित हैं.