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बुधवार, 26 मार्च 2014

जाने क्या मैंने कही ------- ----जाने क्या तूने कही

जाने क्या मैंने कही -------    ----जाने क्या तूने कही
             
तुम मेरा सच्चा पेशन हो -----तुम उम्र  भर की पेंशन हो
 तुम मेरी स्वीट हार्ट हो   ------तुम मेरा क्रेडिट कार्ड हो
तुम मेरे जीवन का हर्ष हो  ---- तुम मेरा प्रीविपर्स   हो
तुम खुशियों की खान हो ------तुम सोने की खदान हो
तुम स्वादिष्ट और लजीज हो ----तुम बड़े कामकी चीज हो
तुम मेरे दिल की रानी  हो -------तुम बहुत बड़ी  हैरानी  हो
तुम मर्सीडीज कार सुन्दर हो ---तुम ट्रक का पुराना मॉडल हो
तुम पूनम चाँद सी ब्राइट हो ---- तुम फ्यूज होती ट्यूब लाइट हो
तुम चटपटी केरी मज़ेदार हो ---तुम आम का पुराना अचार  हो
तुम स्वाद माखनी दाल हो ------तुम बेंगन का भड़ता ,कमाल हो
तुम मदिरा की बोतल हसीन हो ---तुम बोतल में बंद जिन   हो
 हम कितने विपरीत  नज़र आते है --पर एक दूजे के काम आते है
                    तभी तो जीवन साथी कहलाते है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'

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