चंद लम्हों की जिंदगी है खुशगवार होनी चाहिए,
खुशगवार मौसम के लिए थोडा प्यार होना चाहिए |
प्यार ही है नेमत और ये प्यार ही है पूजा,
पर प्यार है तो थोड़ी-सी तकरार होनी चाहिए |
तकरार से बढती है खूबसूरती इस प्यार की,
तकरार के साथ-साथ इजहार होना चाहिए |
इजहार न होके अगर हो जाये इनकार,
इनकार में भी रजामंदी बरक़रार होना चाहिए |
मुश्किलें हो, कांटे हो या हो लोहे की दीवार,
जो भी हो पर थोडा प्यार होना चाहिए |
नैनों के बाण जरा सोच के चला ज़ालिम,
आँखों के तीर दिल के पार होने चाहिए |
छलनी कर डालो भले इस दिल को लेकिन,
घायल मजनू को लैला का दीदार होना चाहिए |
जिंदगी हो भरा मौसम-ए-बहार से ऐ "दीप",
जिंदगी भर खिला दिल-ए-गुलजार होना चाहिए |
जख्म हो, दर्द हो या हो दिल पे कोई वार,
जो भी हो पर थोडा प्यार होना चाहिए |
बिना प्यार के जीवन अधूरा होता है फिर मौसम की क्या बात है |अच्छी रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
आपका आभार आशा जी |
हटाएंसुंदर अभिव्यक्ति ...शुभकामनयॅ
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद अनुपमा जी |
हटाएंयार का हर हाल में दीदार होना चाहिए ,
जवाब देंहटाएंजो भी हो फिर थोड़ा प्यार होना चाहिए
बढ़िया प्रस्तुति है बिंदास अंदाज़ बोलती तस्वीर सी .
रचना एक दम बिंदास अंदाज़ लिए है .खूबसूरत और प्यार को जीवन का शीर्ष बिंदु मानती है . .....कृपया यहाँ भी पधारें -
जवाब देंहटाएंये है बोम्बे मेरी जान (अंतिम भाग )
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/
ये है बोम्बे मेरी जान (अंतिम भाग )
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_22.हटमल
ram ram bhai
मंगलवार, 22 मई 2012
:रेड मीट और मख्खन डट के खाओ अल्जाइ -मर्स का जोखिम बढ़ाओ
http://veerubhai1947.blogspot.in/
बिलकुल सही कहा आपने , बिना प्यार सब अधूरा..
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