जूताचोर
यूरोप के चर्चों में देखा ,सब जूते पहने जाते है
तुर्की की मस्जिद में जूते ,संग थैली में ले जाते है
हम तो मंदिर के बाहर ही,है जूते खोल दिया करते
एसा लगता उन देशों में ,हैं जूते चोर बहुत बसते
घोटू
अंधेरों का सफर- हाइकु संग्रह पर पाठकीय प्रतिक्रिया
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पुस्तक - अंधेरों का सफर ( वृद्धावस्था पर केंद्रित हाइकु)
पृष्ठ - 111
मूल्य - 320.00 रुपये
प्रकाशक - अयन प्रकाशन, नई दिल्ली - 110059, मोबाइल - 9911313...
3 घंटे पहले
जूते चोर हमारे यहाँ भी है।
जवाब देंहटाएंवाह...सुंदर
जवाब देंहटाएंलेखनी के वीर |
जवाब देंहटाएंव्यंग्य के तीर -
छोड़ कर घायल करते हैं-
'सुस्ती'के दुश्मन को|
गुदागुगाते हैं ये मन को ||
dhanywaad
जवाब देंहटाएंSuperb👌👌👌👌👌
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