प्रतिकार
आपने हमसे निभाई दोस्ती ,
प्यार हमने दे दिया प्रतिकार में
लेने देने का यही तो सिलसिला ,
चल रहा है ,युगों से ,संसार में
देते दिल तो बदले में मिलता है दिल ,
मोहब्बत के बदले मिलती मोहब्बत ,
और नफरत लाती है नफरत सिरफ ,
मिलता झगड़ा है सदा तकरार में
किसी का तुम भला करके देखिये,
सच्चे मन से मिलेगी तुमको दुआ ,
मदद करना किसी जरूरतमंद की ,
पुण्य है सबसे बड़ा संसार में
कर्म जो तुम करते हो इस जन्म में ,
उसका फल मिलता है अगले जन्ममे,
बस यही तो कर्म का सिद्धांत है ,
मोक्ष है,सद्कर्म ,सद्व्यवहार में
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
आपने हमसे निभाई दोस्ती ,
प्यार हमने दे दिया प्रतिकार में
लेने देने का यही तो सिलसिला ,
चल रहा है ,युगों से ,संसार में
देते दिल तो बदले में मिलता है दिल ,
मोहब्बत के बदले मिलती मोहब्बत ,
और नफरत लाती है नफरत सिरफ ,
मिलता झगड़ा है सदा तकरार में
किसी का तुम भला करके देखिये,
सच्चे मन से मिलेगी तुमको दुआ ,
मदद करना किसी जरूरतमंद की ,
पुण्य है सबसे बड़ा संसार में
कर्म जो तुम करते हो इस जन्म में ,
उसका फल मिलता है अगले जन्ममे,
बस यही तो कर्म का सिद्धांत है ,
मोक्ष है,सद्कर्म ,सद्व्यवहार में
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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