किसी से तुम आँखे मिला कर तो देखो
है जो रंग पक्का ,तो पक्का रहेगा ,
भले लाख साबुन लगा कर तो देखो
कभी ना कभी वो तुम्हे डस ही लेगा ,
किसी सांप को दूध,पिला कर तो देखो
दुआओं से झोली भरेगी तुम्हारी ,
कभी काम कोई के आकर तो देखो
प्यासे को पानी पिला कर तो देखो,
भूखे को खाना खिला कर तो देखो
नहीं है नामुमकिन , कुछ भी जहां में,
जरा हौंसला तुम ,बना कर तो देखो
कभी बंधनो में बड़ा सुख है मिलता ,
बंधन में बाँहों के ,आकर तो देखो
मिलन दूर से ही ,हुआ करता इनका,
किसी से तुम आँखें मिला कर तो देखो
महोब्बत बड़े काम की चीज होती ,
किसी से तुम दिल को लगा कर तो देखो
पड़ता है पछताना ,खाओ न खाओ ,
ये शादी के लड्डू ,तुम खाकर तो देखो
यूं ही नाचना वो सिखा देगी तुमको,
किसी को तुम बीबी ,बना कर तो देखो
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
है जो रंग पक्का ,तो पक्का रहेगा ,
भले लाख साबुन लगा कर तो देखो
कभी ना कभी वो तुम्हे डस ही लेगा ,
किसी सांप को दूध,पिला कर तो देखो
दुआओं से झोली भरेगी तुम्हारी ,
कभी काम कोई के आकर तो देखो
प्यासे को पानी पिला कर तो देखो,
भूखे को खाना खिला कर तो देखो
नहीं है नामुमकिन , कुछ भी जहां में,
जरा हौंसला तुम ,बना कर तो देखो
कभी बंधनो में बड़ा सुख है मिलता ,
बंधन में बाँहों के ,आकर तो देखो
मिलन दूर से ही ,हुआ करता इनका,
किसी से तुम आँखें मिला कर तो देखो
महोब्बत बड़े काम की चीज होती ,
किसी से तुम दिल को लगा कर तो देखो
पड़ता है पछताना ,खाओ न खाओ ,
ये शादी के लड्डू ,तुम खाकर तो देखो
यूं ही नाचना वो सिखा देगी तुमको,
किसी को तुम बीबी ,बना कर तो देखो
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
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