पते की बात
नजरिया
आंधी से बचने की करते ,कोशिशें हैं ,कई ,सारे
खिड़की करता बंद कोई,खींचता कोई दीवारें
'विंडमिल 'लगवा कर कोई ,उससे ऊर्जा पाता है
इंसानों की सोच सोच में,अंतर ये दिखलाता है
घोटू
ओ मौत! तुझे बिन बुलाये आना न था
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ओ मौत! तुझे बिन बुलाये
आना न था,
गर आना था तो इतना शोर
मचाना न था.
माना कि गिर गया था सम्बल का
स्तम्भ एक,
आधार विश्वास का कुछ-कुछ
गया था दरक...
7 घंटे पहले
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