पते की बात
शतरंज
अपने पद और ओहदे पर ,कभी इतराओ नहीं,
बिछी है सारी बिसातें,जिंदगी शतरंज है
कौन राजा,कौन प्यादा ,खेल जब होता ख़तम ,
सभी मोहरे ,एक ही डब्बे में होते बंद है
घोटू
हनुमान जन्मोत्सव पर अशेष शुभकामनाएं
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हनुमान जन्मोत्सव पर अशेष शुभकामनाएं
हनुमान जी और अंगद जी दोनों ही समुद्र लाँघने में सक्षम थे, फिर पहले हनुमान
जी लंका क्यों गए?
"अंगद कहइ जाउँ मैं पार...
8 घंटे पहले
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