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मंगलवार, 3 जनवरी 2023

राम जन्मभूमि मंदिर के पुजारी का राहुल गांधी को मिला आशीर्वाद, भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के लिए कही ये बात

लखनऊ। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज यानी 3 जनवरी को यूपी में प्रवेश करेगी. जिसको लेकर प्रदेश में चाक-चौबंद व्यवस्था कर दी गई है. कांग्रेस कार्यकर्ता इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं. इसी बीच राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने राहुल गांधी को आशीर्वाद दिया है. आचार्य सत्येंद्र दास ने राहुल गांधी कहा कि “मैं आशा और प्रार्थना करता हूं कि जिस मिशन के लिए आप लड़ रहे हैं, वह सफल हो.” मैं आपको आपके लंबे जीवन का आशीर्वाद देता हूं.’ मुख्‍य पुजारी ने कहा कि आप लोगों के हित में और लोगों की खुशी के लिए ‘सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय’ के लिए काम कर रहे हैं, मैं भगवान राम की कृपा आप पर हमेशा बनाए रखना चाहता हूं.
सर्दी की धूप से 

आज सुबह से नहीं दिखी तुम
सर्दी से डर कहां छुपी तुम 

रोज सुबह किरणों की डोली ,
में आती थी तुम सज धज कर 
मन में लिए प्यार की उष्मा
उजली उजली ,सुंदर, मनहर 
 तुम्हे देख ,अलसाये तन में 
 स्फूर्ति सी थी आ जाती 
 तुम्हारा स्पर्श सुहाता,
 तुम सबके ही मन को भाती 
 पर ना झलक दिखाई अभी तक,
 बहुत कर रही हमें दुखी तुम 
 आज सुबह से नहीं दिखी तुम 
  
गरम गरम, सर्दी की दुश्मन ,
धीरे-धीरे पग फैलाती 
जैसे-जैसे दिन चढ़ता था ,
छत, आंगन में तुम छा जाती 
आत्मसात तुम्हारी गर्मी ,
कर प्रसन्नता होती मन में 
तुमसे ज्यादा प्यारा कुछ भी ,
लगता नहीं सर्द मौसम में 
किंतु कोहरे की कंबल में ,
लिपटी हुई ,कहां दुबकी तुम 
आज सुबह से नहीं दिखी तुम

मदन मोहन बाहेती घोटू 

बुधवार, 9 नवंबर 2022

हिसाब किताब 

आओ बैठ हिसाब करें हम 
अपने सत्कर्मों,पापों का
अब तक किए गए जीवन में
 अपने सारे उत्पातों का 
 
जो भी किया अभी तक हमने
 सोच समझकर किया होगा 
 अपनी ज्ञान और बुद्धि से 
 उचित निर्णय लिया होगा 
 लेकिन अपनी अल्प बुद्धि से ,
 लिया गया कोई भी निर्णय 
 औरों को भी उचित लगेगा 
 किंचित ही यह होगा संभव 
 सबका अपना दृष्टिकोण है
  सोच सभी की अपनी-अपनी 
  पाप पुण्य की परिभाषाएं,
  लोग बनाते अपनी-अपनी 
  बैठे, सोचे, मनन करें हम ,
  अपने सत्कर्मों, पापों का 
  
  क्या क्या खोया, क्या क्या पाया 
  कितना लाभ हुआ ,क्या हानि 
  कितने दोस्त बनाए हमने 
  और दुश्मनी कितनी ठानी 
  चित्रगुप्त जी आडिट करके 
  पाप पुण्य सारे आकेंगे
  जो जिसके हिस्से आएगा ,
  नर्क स्वर्ग हमको बाटेंगे 
  पूर्व जन्म का फल निपटाते
  यह जीवन तो निपट जाएगा
  अगली योनि के कर्मों का 
  समय कहां फिर मिल पाएगा  
  अगले जन्मों के हित करना
  पाप पुण्य फिर होगा संचित 
   जिसे देख भावी जीवन में ,
   स्वर्ग नर्क होगा आवंटित
  कैसे आलंकन होगा फिर 
  इस जीवन के अभिशापो का 
  आओ बैठ हिसाब करें हम,
   अपने सत्कर्मों, पापों का

मदन मोहन बाहेती घोटू 

शनिवार, 29 अक्टूबर 2022

    बदलते हालात

दो महीने की बिमारी ने,
हुलिया मेरा ऐसा बदला
कल तक था मैं मोटा ताजा,
आज हो गया दुबला पतला

एसी पीछे पड़ी बिमारी
कमजोरी से त्रस्त होगए
पहनू लगते झबले जैसे,
ढीले सारे वस्त्र हो गए 
 झूर्री झुर्री बदन हो गया 
 जो था चिकना भरा सुहाना 
 गायब सारी भूख होगई 
 हुआ अरुचिकर ,कुछ भी खाना 
 दिन भर खाओ दवा की गोली 
 जी रहता है मचला मचला 
 कल तक था मैं मोटा ताजा 
 आज होगा दुबला पतला 
 
लेकिन मैंने हार न मानी,
हालातों से रहा जूझता
मन में श्रद्धा और लगन ले, 
ईश्वर को मैं रहा पूजता 
अगर दिये हैं उसने दुख तो 
वो ही फिर सुख बरसाएगा 
मेरी जीवन की शैली को 
फिर से पटरी पर लाएगा 
दृष्टिकोण आशात्मक रखकर 
मैंने अपना मानस बदला 
कल तक था मैं मोटा ताजा 
आज हो गया दुबला पतला 

मदन मोहन बाहेती घोटू 
     मतलबी यार 
     
  सदा बदलते रहते वो रुख, उल्टे बहते है
मतलब हो तो गदहे को भी चाचा कहते हैं 

रहते थे हरदम हाजिर जो जान लुटा ने को 
वक्त नहीं उनको मिलता अब शक्ल दिखाने को 
थे तुम्हारे स्वामी भक्त , जब से बदली पाली 
नहीं झिझकते,तुमको देते ,जी भर कर गाली 
और बुराइयां सबके आगे करते रहते हैं 
मतलब हो तो गदहे को भी चाचा कहते हैं

 ना तो इनका कोई धरम है ना ईमान बाकी 
 चिंता है निज स्वार्थ सिद्धि की और सुख सुविधा की 
 जहां खाने को मिले जलेबी, रबड़ी के लच्छे उनकी सेवा को आतुर ये भक्त बने सच्चे 
 वहां मिले अपमान भीअगर हंसकर सहते हैं
  मतलब हो तो गदहे को भी चाचा कहते हैं

मदन मोहन बाहेती घोटू 

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