पते की बात
माँ का त्याग
घर में पांच लोग होते थे,,
पर जब चार सेव आते
तब माँ ही होती जो कहती ,
मुझे सेव फल ना भाते
घोटू
चुनाव हमारा है
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चुनाव हमारा है कल हम हो जायेंगे विदा और परसों लोग हमें भूल जायेंगे इस
तरह जैसे कि कभी था ही नहीं अस्तित्त्व हमारा इस दुनिया में हमारे हाथ में है
‘आज’ चाह...
3 घंटे पहले
माँ तो ऐसी ही होती हैं ,दिल छू लेने वाली रचना
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