ओरंज कॉउंटी -अपना घर
एक साथ हम रहें सभी मिल ,भाई भाई
जैसे सोलह फांक ,संतरे बीच समाई
ये ओरंज काउंटी है ,ये है अपना घर
दिन दिन इसे बनाना है अब सबसे बेहतर
हमे त्यागनी होगी सबको निज हठधर्मी
बात बात, करना विवाद और गर्मागर्मी
एक दूजे के दोष नहीं ,ढूंढें अच्छाई
झूंठ न टिकता ,सदा जीतती है सच्चाई
देना यही संदेशा हमको है अब घर घर
दिन दिन इसे बनाना है अब सबसे बेहतर
अपने 'मैं 'को त्याग जब तलक 'हम 'ना होंगे
तब तक बैरभाव और झगड़े कम ना होंगे
ध्यान सफाई का सबको मिल रखना होगा
और सुरक्षा की कमियों को ढकना होगा
हराभरा हो महके अपना प्यारा परिसर
दिन दिन इसे बनाना है अब सबसे बेहतर
यहीं कटेगी उमर ,यहीं जीना मरना है
इसीलिये इस परिसर में खुशियां भरना है
बच्चे सब मिल खेले कूदे ,नाचे, गाये
हंसीखुशी सब मिल ,सारे त्योंहार मनायें
दिल से दिल मिल ,आपस में हो प्रेम परस्पर
दिन दिन इसे बनाना है अब सबसे बेहतर
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
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