कोरोना काल -बुरा हाल
दो छक्के
१
पत्नीजी थी डाटती ,जोर जोर चिल्लाय
पतिदेव का कर रही थी वो 'भेजा फ्राय '
थी वो 'भेजा फ़्राय' ,पति चुप ,डरता डरता
बेचारा कुछ करता भी ,तो वो क्या करता
बोला चुप हो ,बंद करो ,चिल्लाना ,रोना
'मास्क 'बाँध लो,नहीं कहीं हो जाय कोरोना
२
कोरोना के कहर से , घर घर फैला क्लेश
कम्पित है और दुखी है ,दुनिया का हर देश
दुनिया का हर देश , दुष्ट है यह महामारी
मंदिर बनता राम ,हरो अब विपदा भारी
जैसे रावण मारा , इसको भी मरवा दो
जल्दी इसका 'राम नाम सत्य 'तुम करवा दो
घोटू
दो छक्के
१
पत्नीजी थी डाटती ,जोर जोर चिल्लाय
पतिदेव का कर रही थी वो 'भेजा फ्राय '
थी वो 'भेजा फ़्राय' ,पति चुप ,डरता डरता
बेचारा कुछ करता भी ,तो वो क्या करता
बोला चुप हो ,बंद करो ,चिल्लाना ,रोना
'मास्क 'बाँध लो,नहीं कहीं हो जाय कोरोना
२
कोरोना के कहर से , घर घर फैला क्लेश
कम्पित है और दुखी है ,दुनिया का हर देश
दुनिया का हर देश , दुष्ट है यह महामारी
मंदिर बनता राम ,हरो अब विपदा भारी
जैसे रावण मारा , इसको भी मरवा दो
जल्दी इसका 'राम नाम सत्य 'तुम करवा दो
घोटू