खून
माँ बाप ,बेटी बेटे जिनसे रिश्ता खून का,
उन सबके लिए होता दिल में हमको प्यार है
बढ़ता दबाब खून का ,बीमारियां होती,
ज्यादा मिठास खून में भी ,नागवार है
जब जाने जिगर ,दिलरुबा ,आती करीब है ,
तो आने लगता खून में ,अक्सर उबाल है
दुश्मन भी आता सामने तो खून उबलता ,
खून के इंसान की ,फितरत कमाल है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
माँ बाप ,बेटी बेटे जिनसे रिश्ता खून का,
उन सबके लिए होता दिल में हमको प्यार है
बढ़ता दबाब खून का ,बीमारियां होती,
ज्यादा मिठास खून में भी ,नागवार है
जब जाने जिगर ,दिलरुबा ,आती करीब है ,
तो आने लगता खून में ,अक्सर उबाल है
दुश्मन भी आता सामने तो खून उबलता ,
खून के इंसान की ,फितरत कमाल है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'