जिंदगी -दिन ब दिन
हरेक दिन कम हो रहा है ,जिंदगी का एक दिन
एक दिन फिर आएगा वो,,हम न होंगे एक दिन
हँसते रोते ,हमने यूं ही, काट दी ,ये जिंदगी ,
साथ में थोड़े तुम्हारे ,और कुछ तुम्हारे बिन
मस्तियों में गुजारा करते थे हमतो अपने दिन ,
क्षीण होते जारहे है ,आजकल हम दिन बदिन
हरेक दिन बस इस तरह का चला करता सिलसिला ,
कोई दिन होता है अच्छा,कोई होता बुरा दिन
हुए थे जिस रोज पैदा ,मनाते है हम जशन ,
श्राद्ध बच्चे मनाएंगे, साल में फिर एक दिन
घोटू
हरेक दिन कम हो रहा है ,जिंदगी का एक दिन
एक दिन फिर आएगा वो,,हम न होंगे एक दिन
हँसते रोते ,हमने यूं ही, काट दी ,ये जिंदगी ,
साथ में थोड़े तुम्हारे ,और कुछ तुम्हारे बिन
मस्तियों में गुजारा करते थे हमतो अपने दिन ,
क्षीण होते जारहे है ,आजकल हम दिन बदिन
हरेक दिन बस इस तरह का चला करता सिलसिला ,
कोई दिन होता है अच्छा,कोई होता बुरा दिन
हुए थे जिस रोज पैदा ,मनाते है हम जशन ,
श्राद्ध बच्चे मनाएंगे, साल में फिर एक दिन
घोटू
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