किताब मिली -शुक्रिया - 19
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ऐ हमसफ़र ये याद रख, तेरे बिना यह ज़िंदगी
कि सिर्फ़ धड़कनों की खींच-तान है, थकान है
रहे जब उसके दिल में हम, तो हम को ये पता चला
वो बंद खिड़कियों का इक मक...
13 घंटे पहले
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