लाल किले से चाय पिलाता
भारत की अनमोल धरोहर ,चमक रहा है लाल किला ये ,
कड़क, गुलाबी ,गरम चाय सा ,आज दिखाता है हमको
दौड़ दौड़ ,बचपन में जिसने ,चाय पिलाई थी सब को,
लाल किले से वो ही मोदी ,आस दिलाता है हमको
भ्रष्टाचार विहीन व्यवस्था ,के उज्जवल ,धोये कप में,
प्रगतिशील,सुखमय जीवन की ,चाय पिलाता है हमको
स्वप्न गुलाबी ,चाय सरीखे ,अच्छे दिन की आशा में,
घूँट घूँट चुस्की ले पीना ,सदा सुहाता है हमको
घोटू
भारत की अनमोल धरोहर ,चमक रहा है लाल किला ये ,
कड़क, गुलाबी ,गरम चाय सा ,आज दिखाता है हमको
दौड़ दौड़ ,बचपन में जिसने ,चाय पिलाई थी सब को,
लाल किले से वो ही मोदी ,आस दिलाता है हमको
भ्रष्टाचार विहीन व्यवस्था ,के उज्जवल ,धोये कप में,
प्रगतिशील,सुखमय जीवन की ,चाय पिलाता है हमको
स्वप्न गुलाबी ,चाय सरीखे ,अच्छे दिन की आशा में,
घूँट घूँट चुस्की ले पीना ,सदा सुहाता है हमको
घोटू
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