स्वाद
जो लज्जत ,दाल रोटी में,माँ के हाथों की होती है ,
किसी मंहगे से मंहगे रेस्तरां में ,मिल नहीं सकती
जो ठंडक ,कुदरती ठंडी हवा के झोंकों में होती,
लगा लो ऐ सी या कूलरवो राहत मिल नहीं सकती
भले ही लन्दन हो पेरिस हो या न्यूयार्क ही हो पर,
सिर्फ दो चार दिन तक घूमना ही अच्छा लगता है,
शांति आपको जो अपने घर में आ के मिलती है ,
फाइवस्टार होटल में ठहर कर मिल नहीं सकती
घोटू
जो लज्जत ,दाल रोटी में,माँ के हाथों की होती है ,
किसी मंहगे से मंहगे रेस्तरां में ,मिल नहीं सकती
जो ठंडक ,कुदरती ठंडी हवा के झोंकों में होती,
लगा लो ऐ सी या कूलरवो राहत मिल नहीं सकती
भले ही लन्दन हो पेरिस हो या न्यूयार्क ही हो पर,
सिर्फ दो चार दिन तक घूमना ही अच्छा लगता है,
शांति आपको जो अपने घर में आ के मिलती है ,
फाइवस्टार होटल में ठहर कर मिल नहीं सकती
घोटू
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