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ऋण
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ऋण पिता आकाश है, माँ धरा जो अपने अंश से पोषण करती है संतान का पिता सूरज है,
माँ चंद्रमा जो शीतल किरणों से हर दर्द पर लेप लगाता है पिता पवन है, माँ
अग्नि जो...
22 घंटे पहले
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