एक सन्देश-

यह ब्लॉग समर्पित है साहित्य की अनुपम विधा "पद्य" को |
पद्य रस की रचनाओ का इस ब्लॉग में स्वागत है | साथ ही इस ब्लॉग में दुसरे रचनाकारों के ब्लॉग से भी रचनाएँ उनकी अनुमति से लेकर यहाँ प्रकाशित की जाएँगी |

सदस्यता को इच्छुक मित्र यहाँ संपर्क करें या फिर इस ब्लॉग में प्रकाशित करवाने हेतु मेल करें:-
kavyasansaar@gmail.com
pradip_kumar110@yahoo.com

इस ब्लॉग से जुड़े

शनिवार, 2 मई 2020

घोटू के पद

सखी री ,कोरोना के कारण
बार बार धो ,हाथ हो गए ,,गोरे और मुलायम
अगर मुंह भी धोना पड़ता ,रूप निखरता कुंदन
दक्ष हो गए ,गृह कार्यों में ,घर घर सभी पतिगण
सीख गयी गृहणियां बनाना ,तरह तरह के व्यंजन
ना शॉपिंग ,ना होटल पिक्चर ,खर्च हुए कितने कम
गले न मिलते ,हाथ जोड़ कर ,लोग करे अभिनन्दन
रोमांटिक हो गए पिया जी ,प्यार लुटाते  हरदम
कह 'घोटू 'गृहयुद्ध कम हुए ,और घट गयी अनबन
सखी री ,कोरोना के कारण

घोटू   

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।

हलचल अन्य ब्लोगों से 1-