दिल की बात
टुकड़े टुकड़े हो गया है ,आपकी बे वफाई से ,
मगर ये बावरा दिल अब भी तुमसे प्यार करता है
फिर से जुड़ने की कोशिश में ,जब टकराते है सब टुकड़े ,
तो जो आवाज होती है,समझते सब,धड़कता है
घोटू
टुकड़े टुकड़े हो गया है ,आपकी बे वफाई से ,
मगर ये बावरा दिल अब भी तुमसे प्यार करता है
फिर से जुड़ने की कोशिश में ,जब टकराते है सब टुकड़े ,
तो जो आवाज होती है,समझते सब,धड़कता है
घोटू
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