पते की बात
नजरिया
आंधी से बचने की करते ,कोशिशें हैं ,कई ,सारे
खिड़की करता बंद कोई,खींचता कोई दीवारें
'विंडमिल 'लगवा कर कोई ,उससे ऊर्जा पाता है
इंसानों की सोच सोच में,अंतर ये दिखलाता है
घोटू
जब युद्ध में हो संवाद !
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जब युद्ध में हो संवाद घंटनाद मंदिरों के अब बन जाने दो सिहंनाद,आज वही युग
आया जब युद्ध में हो संवाद !जाग उठे अब जन-जन ऐसी रणभेरी बजने दो, क्रांति
बिगुल बजाए...
4 घंटे पहले
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